Usne Kaha Tha Notes | Bseb Class 12 Hindi उसने कहा था

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Bihar Board Class 12th Hindi Chapter 2 usne kaha tha – उसने कहा था Subjective

पाठ 2 : Usne Kaha Tha Subjective Notes
शीर्षक : उसने कहा था
लेखक : चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
जन्म  :
7 जुलाई 1883मुत्यु  : 12 दिसम्बर 1922

1. बोधा सिंह कौन थे ?

उत्तर – बोधा सिंह हजारा सिंह का पुत्र था ! जो अपने पिता के साथ अर्थात हजारा सिंह के साथ युद्ध स्थल पर विरजमान था ! उसकी माता सूबेदारनी थी |

2. कहानी उसने कहा था के पात्रों की सूची बनाइए ?

उत्तर – कहानी का मुख्य पात्र लहाना सिंह है ! जिसकी इर्ध-गिर्द  कहानी के घटनाक्रम घूम रहे हैं ! इसके अतिरिक्त अन्य पात्र निम्नलिखित है ! जो इस प्रकार से है :-

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एक बालिका :– जिसकी भेट कभी बचपन अवस्था में लहना सिंह से हुई थी ! तथा बाद में उसका विवाह सूबेदार हजारा सिंह के साथ हुआ |

क. लहना सिंह :– कहानी के मुख्य पात्र
ख. हजारा सिंह :– सूबेदार
ग. बोधा सिंह :– हजारा सिंह का पुत्र
घ. लपटन साहब :– सेना का एक उच्च अधिकारी
ड. वजीरा सिंह :– एक सैनिक

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3. उसने कहा था कहानी पहली बार कब प्रकाशित हुई थी ?

उत्तर – उसने कहा था ! कहानी पहली बार 1915 में प्रकाशित हुई थी |

4. लहना सिंह कौन था अथवा लहना सिंह के बारे में संक्षेप में बताइए ?

उत्तर – लहना  सिंह उसने कहा था शीर्षक कहानी का एक नायक है ! वह एक वीर सैनिक है ! उसे अपने प्राणों की चिंता नहीं है ! वह दिए गए वचन को निभाना चाहता था वह प्रेम से लबालब भरा हुआ है ! लहाना सिंह अपने वचन  को निभाते हुए गोली का शिकार बनता है ! और अपने प्राण को गंवा बैठता है ! आज संसार में प्रेम के प्रति ऐसा पवित्र समर्पण प्रेमी इस संसार में कम ही देखने को मिलता है |

5. लहना सिंह के साथी का क्या नाम है?

उत्तर – लहना सिंह के साथी का नाम वजीर सिंह है ! मरते समय लहना सिंह का सिर वजीर सिंह की गोद में था ! मांगने  पर वह उसे  पानी पिलाता है ! और लहना  की मौत पर वजीर सिंह फूट-फूट कर रोता है |

6. लहना सिंह नए बोधा के प्रति किस त्याग का परिचय दिया ?

उत्तर – खंदक में बोधा सिंह बीमार था उस पर लहना सिंह पूरा ध्यान देता था भले ही लहना सिंह अपने दर्द को बर्दाश करता है ! और अपने कम्बल और जर्सी बोधा सिंह को दे देता है ! वह झूठ बोलता है ! की बिलायत से मेमो नए गर्म जर्सिया बुनकर भेजी है ! उसे भी एक गर्म जर्सी मिली है ! इस तरह लहना सिंह नए बोधा के प्रति त्याग का परिचय दिया था |

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7. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी का साहित्यिक परिचय दीजिए ?

उत्तर – चंद्रधर शर्मा गुलेरी जी का जन्म सन 1883 ई. में जयपुर में हुआ था ! इनके पूर्वज कांगड़ा के गुलेरी नामक स्थान से आकर वहां बसे थे ! संस्कृत और अंग्रेजी के प्रखंड विद्वान थे ! वे अजमेर के मेयो कॉलेज में बहुत दिन तक अध्यापन का कार्य किया ! उसके पश्चात अंत में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कार्यवाहक प्रधान के पद पर नियुक्त किए गए |

8. लहना सिंह के प्रेम के बारे में लिखिए अथवा उसने कहा था ! का केन्द्रीय भाव निरुपित करे ? आथवा उसने कहा था का मार्मिकता ओर प्रकाश डाले ?

उत्तर – उसने कहा था कहानी प्रेम पर आधारित है ! लहना सिंह और सूबेदारनी का प्रेम बचपन से ही अंकुरित हो चूका था ! दोनों बचपन में अमृतसर में मामा के यहाँ गए थे ! दोनों का भेंट एक दुकान पर हुई और उसी समय से ही दोनों के बिच प्रेम का अंकुरित जन्म लिया ! संयोगवश वो लड़की की शादी एक सूबेदार से हो गई सूबेदार फौज में सूबेदार के पड़ कार्य कर रहा था ! लेखक खाने का दूसरा दृश्य 25 साल बाद में शुरू करते है !

जब एक सूबेदार हजारा सिंह उसका पुत्र बोधा सिंह लहना सिंह के साथ – साथ काम करते है ! एक केस के पैरवी करने के लिए लहना सिंह गाँव आता है | रास्ते में सूबेदार के भाग से सूबेदार का घर पड़ता है ! लहना सिंह उसी रास्ते घर जाता है ! लौटते समय वह सूबेदार के घर आता है ! सूबेदारनी लहना सिंह को अपने घर के अंदर ले जाती है ! सूबेदारनी लहना सिंग को देखते ही पहचान जाती है ! परन्तु लहना सिंह नहीं पहचान पते है !

तब सूबेदारनी 25 साल पहले वाली बात को दुहराती है ! क्या तेरी कुडमाई हो गई इस वाक्य को सुनकर 25 साल पहले वाली घटना याद आ जाती है ! उसके बाद सूबेदारनी उस समय की एक घटना को या दिलाती है ! जब वह टाँगे के निचे चली गई थी तब लहना सिंह नए अपनी प्राण की बाजी लगाकर उसे बचाया था सूबेदारनी उसी प्रकार से अपनी बेटा और पीटीआई को युद्ध से बचाने के लिए अपनी आंचल फैलाकर प्राण की रक्षा के लिए भीख मांगती है ! युद्ध में सूबेदारनी के वचन को पूरा करने के लिए लहना अपने प्राण की बाजी लगा देता है ! और बोधा सिंह तथा हजारा सिंह की रक्षा करता है |

Class 12th Hindi Subjective Notes
Class 12th Hindi 100 Marks Subjective Notes गद्य खण्ड
पाठ – 1बातचीत 
पाठ – 2उसने कहाँ था 
पाठ – 3सम्पूर्ण क्रांति 
पाठ – 4अर्धनारीश्वर 
पाठ – 5रोज 
पाठ – 6एक लेख और एक पत्र 
पाठ – 7ओ सदानीरा 
पाठ – 8सिपाही की माँ 
पाठ – 9प्रगीत और समाज 
  पाठ – 10जूठन 
  पाठ – 11हँसते हुए मेरा अकेलापन 
  पाठ – 12तिरिछ 
  पाठ – 13शिक्षा
Class 12th Hindi Subjective Notes पद्य खण्ड
पाठ – 1कड़बक 
पाठ – 2सूरदास के पद 
पाठ – 3तुलसीदास के पद 
पाठ – 4छप्पय

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