karamveer question answer, Non Hindi Class 10 – 3 कर्मवीर, Class 10 Non-Hindi (अहिन्दी ) पाठ -3 कर्मवीर, Bseb Class 10 Non Hindi कर्मवीर, karamveer class 10 non hindi question answer, karmvir notes in hindi, karmveer question answer
Bihar Board Class 10 Non Hindi Chapter 3 Karamveer – कर्मवीर
पाठ – 3
शीर्षक – कर्मवीर
लेखक – अयोध्या सिंह उपध्याय
1. कर्मवीर की पहचान क्या है ?
उत्तर – कर्मवीर विषम परिस्थितियों में सहज बने होते हैं वह भाग्यवादी नहीं कर्म वादी होते हैं वह किसी भी काम को तुरंत करते हैं किसी भी काम को कल पर छोड़ना उनकी आदत नहीं जिससे हम कह सकते हैं कि कर्मवीर व्यक्ति देश प्रेमी आत्मविश्वास परोपकारी तथा स्वाभिमानी होते हैं |
Karmveer Class 10 Non Hindi
2. अपने देश के उन्नति के लिए आप क्या क्या कीजिएगा ?
उत्तर – हम अपने देश के उन्नति के लिए सबसे पहले लोगो को ईमानदार त्यागी और स्वालंबी बनने के लिए कहूंगा क्योंकि कोई भी व्यक्ति देश और समाज की उन्नति या विकास की ओर तभी अग्रसर होता है। जब वह स्वालंबि या स्वाभिमानी होता है, स्वाभिमानी या स्वालंबी व्यक्ति अपने आन बान मान तथा सम्मान के लिए प्राणों की बाजी लगा देता है |
3. आप अपने को कर्मवीर कैसे साबित कर सकते है ?
उत्तर – हम अपने को कर्मवीर साबित करने के लिए अपने क्रम पर दृढ़ निश्चय से हम अपने आप को कर्मवीर साबित कर सकते है । जैसे यदि हम विद्यार्थी है,, तो विधार्थी का काम है,, विधा अध्ययन करना यदि हम दृढ़ निश्चय से अपनी पढ़ाई करे तो निश्चय ही सफलता मेरी पाव चूमेगी । तथा ह्रास कर्मवीर कहलाने का कहदार बनेंगे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर अब्राहम लिंकिन महात्मा गांधी आदि इसके उदाहरण है,,, जिन्होंने अपने कर्म से संसार को एक नई दिशा दे दी है। Jawan
Bseb Class 10 Non Hindi कर्मवीर
4. व्याकरण
अमीर – गरीब
दुःख – सुख
कठिन आसान
भलाई बुराई
जन्म मरण
सरल भारी
बुराई भलाई
सपूत कपूत
विरोधी समर्थक
संभव असंभव
नभ तल
कुल कांटा
आरंभ अंत
वीर कायर
बुरा भला
S.N | Class 10th Non Hindi Subjective Notes |
पाठ – 2 | ईदगाह |
पाठ – 3 | कर्मवीर |
पाठ – 4 | बलगोबिन भगत |
पाठ – 5 | हुंडरू का जल प्रताप |
पाठ – 6 | बिहारी के दोहे |
पाठ – 7 | ठेस |
पाठ – 8 | बच्चे की दुआ |
पाठ – 9 | अशोक का शस्त्र त्याग |
पाठ – 10 | इर्ष्या तू न गई मेरे मन से |
पाठ – 11 | कबीर के पद |
पाठ – 12 | विक्रमशिला |
पाठ – 13 | दीदी की डायरी |
पाठ – 14 | पीपल |
पाठ – 15 | दीनबंधु निराला |