Why India Can’t Make Chip In Hindi,भारत अपना Semiconductor Chip क्यों नहीं बना पाता है, Its very expensive – यह बहुत खर्चीला है, Complex & Failure Rates – फेल होने का चांस काफी ज्यादा होना, Lack Of Skilled People – कुशल लोगों की कमी, Poor Infrastucture – खराब बुनियादी ढांचा
भारत अपना Semiconductor Chip क्यों नहीं बना पाता है।
Why India Can’t Make Semiconductor Chip
Hello दोस्तों….
जैसे.. की हम जानते है” की दुनिया में जैसे – जैसे Technology तरकी कर रही है ! वैसे ही वैसे हमारे इस्तेमाल में आने वाली हरेक चीज स्मार्ट होती जा रही है ! और इन चीजो में स्मार्ट बनाने के पीछे सबसे महत्वपूर्ण कॉम्पोनेन्ट है |
Semiconductor Chip दरसल आज के समय में Semiconductor Chip के इस्तेमाल सिर्फ कंप्यूटर और स्मार्ट फोन में ही नहीं बल्कि कार, टीवी, फ्रिज, वासिंग मशीन, ! और यहाँ तक की Led बल्ब जैसी मामूली चीजो को भी बनाने में किया जा रहा है |
और यही वजह है ! की आज इस इंडस्ट्री की वैल्यू करीब 6 सौ बिलियन डॉलर को भी पार कर चुकी है ! लेकिन यह बड़ी हरानी की बात की इतनी बड़ी और फ़ास्ट द्रोइंग मार्केट होने के बाद भी हमारा भारत इस इंडस्ट्री मार्केट में इंट्री नहीं कर पाया है |
और शुरू आत से से ही अमेरिका , चीन , साउथ कोरिया और ताइवान जैसे कुछ गिने चुने देश इस इंडस्ट्री को पूरी तरह से डोमिनेट कर रहे है ! तो आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की Technology की दुनिया में हमेशा आगे आने वाला हमारा भारत आखिर खुद के Semiconductor Chip क्यों नहीं बना पा रहा |
तो दोस्तों साल 2020 में जब कोविड आया तो उसकी वजह ! से लगभग पूरी दुनिया में ही Lock-down लगा दिया गया था ! और दुनिया की हरेक इंडस्ट्री एक लम्बे समय के लिए बंद हो गई थी |
अब इस Lock-down का असर दूसरी इंडस्ट्री के साथ ही Semiconductor Chip इंडस्ट्री पर भी पड़ा ! और उसी के नतीजे आज पूरी दुनिया में Semiconductor Chip की शोर्टेज देखने को मिल रही है |
अब इस शोर्टेज के वजह से सिर्फ स्मार्ट फ़ोन और कंप्यूटर ही नहीं ! बल्कि ऑटो मोबिल और हेल्थ केयर जैसी लगभग 170 इंडस्ट्री को अरबो डॉलर का नुक्सान हो रहा है |
अकेल भारत की ही अगर बात की जाए तो साल 2020 में इन्डियन Semiconductor Chip के मार्केट की वैल्यू 1 लाख करोड़ रूपये से भी ज्यादा थी ! जो की अनुमान के अनुसार 2026 तक बढ़ कर 5 लाख करोड़ रूपये तक पहुंच जायेगी |
और इन आकड़ो से साफ़ पाता चलता है ! की भारत में चीप की डिमांड काफी ज्यादा High है ! अब यहाँ आप की जानकारी के लिए बता दे की भारत अपने लिए कोई भी Semiconductor Chip खुदे से नहीं बनाता बल्कि वह 100% चीप ताइवान , सिंगापुर , होन्ग कोंग , थाईलैंड , और वियतनाम जैसे देशो से इम्पोर्ट करता है |
और फिलहाल दुनिया में जो चीप की शोर्टेज चल रही है ! उसके वजह से भारत में यह चर्चा काफी तेज हो गई है | की हमारे देश को Semiconductor Chip बनाने के मामले में भी अब आत्म निर्भर हो जाना चाहिए |
लेकिन दोस्तों सब बोलने और सोचने में जितना सिम्पल लगता है | असल में इसको बनाना उससे कही ज्यादा कठिन काम है ! दरसल भारत के अब तक Semiconductor Chip ना बना पाने के पीछे कोई एक नहीं बल्कि कई अलग – अलग और बड़े रिजन है |
कारण न. – 1
Its very expensive – यह बहुत खर्चीला है |
दोस्तों.. भारत के Semiconductor Chip ना बना पाने के पीछे सबसे अहम् रिजन यह है ! की manufacturing plant स्टेप करना सबसे ज्यादा मंहगा होता है ! आप को जानकार हैरानी होगी की सिर्फ एक बेसिक Chip plant बनाने में कम से कम 8 से 10 बिलियन डॉलर का खर्चा आता है |
और इसके बाद से plants के अंदर मशीन लगाने में जो लाखो डॉलर खर्च होते है ! वह तो अलग ही है ! वैसे हम आपके अंदाजे के लिए बता दे की साल 2014 में Samsung ने south कोरिया में नया चीप manufacturing plant बनाया था |
जिसे स्टेप करने में उनके कुल 14.7 बिलियन डॉलर खर्च हुए थे ! अब आप में से काफी सारे लोग यह सोच रहेंगे की हमारे भारत देश में अंबानी , अडानी, टाटा , और बिरला जैसे कितने बड़े – बड़े बिलिनियार्स मौजूद है |
जो की इतना पैसा खर्च करके manufacturing plant बना सकते है ! और आप का ऐसा सोचना खाफी हद तक सही भी है | लेकिन चीप manufacturing करने में दिक्कत यह है |
की इसमें सिर्फ एक बार 15 से 20 डॉलर खर्च करके ही सिर्फ बात ख़त्म नहीं हो जाती ! बल्कि इसको चलाए रखने के लिए समय – समय पर इसमें लगातार पैसा लगाना पड़ता है |
अगर कोई oil manufacturing करता है ! तो फिर एक बाद खर्चा करने के बाद तक सेम Technology पर 50 साल तक काम करती रहती है |
लेकिन चीप manufacturing में ऐसा नहीं होता है ! क्योकि इस फिल्ड में Technology काफी तेजी से आगे बढती है ! इसके वजह से कम्पनियों को आपना स्टेप लगातार अपडेट करना पड़ता है |
आप को यह जानकारी हरानी होगी की Intal , Samsung , Tsmc जैसी कंपनिया अपनी चीप manufacturing plant पर R&D process improvement और नई फेब्रिकेसन मशीनों पर हर साल 20 से 25 बिलियन डॉलर खर्च करती है |
और भारत में अभी तक कोई भी ऐसी कम्पनी नहीं है ! जो की एक नए बिजनस में एक दम से सारा पैसा खर्च कर सके |
कारण न. – 2 Why India Can’t Make Chip In Hindi
Complex & Failure Rates – फेल होने का चांस काफी ज्यादा होना
दोस्तों.. चीप फेब्रिकेसन Technology ज्यादा कठिन है ! की इसमें फेल होने का चांस काफी ज्यादा होता है ! आप यह बात जानकारी काफी हैरान हों जायेंगे !
की आम तौर पर एक चीप के एक स्कॉर इंच जीतनी एरिया में अरबो ट्रांजिस्टर बने होते है ! जहाँ इन ट्रांजिस्टर के बीच की दुरी को नैनो मीटर में मापा जाता है |
जो कि एक मीटर का एक अरबवा हिस्सा होता है ! यानी की चीप फेब्रिकेसन में गलती की गुंजाईस बिलकुल भी नहीं होती है | क्योकि एक छोटी से गलती भी अरबो डॉलर का नुक्सान करवा सकती है |
इसके अलावा इस इंडस्ट्री में कॉम्पटीसन भी बहुत ज्यादा है ! जहाँ आने वाले समय में अमेरिकन सरकार 50 बिलियन डॉलर intal कंपनी 20 मिलियन डॉलर और tsmc अपनी नई फेब्रिकेसन फैस्लिटी पर 100 बिलियन डॉलर की रकम खर्च करने वाली है !
और यह भी एक वजह है ! की भारत में कोई भी व्यक्ति अपने अरबो रूपये एक ऐसे बिजनस में नहीं लगाना चाहता ! जिसमे कॉम्पटीसन और रिक्स इतना ज्यादा हाई हो |
कारण न. – 3 Why India Can’t Make Chip In Hindi
Lack Of Skilled People – कुशल लोगों की कमी
दोस्तों.. चीप फेब्रिकेसन Technology की इसी कोम्प्लिसिटी की वजह से ही manufacturing plant को चलाने के लिए वर्क फ़ोर्स भी ऐसी ही चाहिए होती है !
जो ना सिर्फ हाइली स्किल हो बल्कि साथ ही आज के जमाने की लेटेस्ट Technology को काफी अच्छी तरह से समझती हो ! और जैसा की हम सभी जानते ही है |
की अमेरिका , साउथ कोरिया और जापान जैसे देशो की तुलना में हमारे यहाँ स्किल वर्क फ़ोर्स की बहुत ज्यादा कमी है ! हलाकि की अब ऐसा भी नहीं है |
की भारत में टैलेंट की कोई कमी है ! लेकिन इस टैलेंट को सही ढंग से यूज करके एक स्किल वर्क फ़ोर्स में कैसा बदला जाता है ! इस मामले में हमारा देश अमेरिका और चीन जैसे देशो से काफी पीछे है !
अब ऐसे में किसी व्यक्ति के मन में भारत के अंदर चीप manufacturing plant लगाने का ख्याल भी आता है ! तो वह स्किल वर्क फ़ोर्स ना होने के वजह से आगे बढ़ने का हिम्मत नहीं कर पाता है !
Why India failed to attract chipmakers In Hindi
कारण न. – 4 Why India Can’t Make Chip In Hindi
Poor Infrastucture – खराब बुनियादी ढांचा
किसी भी Semiconductor Chip फेब्रिकेसन फैसिलिटी को बनाने की कुछ बेसिक इंस्ट्राचेक्टर रिलेटेड एन्च्वैरमेंट होती है |
जैसे.. की एक चीप manufacturing यूनिट को काम करने के लिए सिलिका के अलावा शुद्ध पानी और बिजली की 24 x 7 की आवश्यकता होती है !
जो की अगर इन प्लांट्स में थोड़े समय के लिए भी बिजली या पानी की सप्लाई बंद हो जाती है ! तो उसकी वजह से कंपनी का बहुत ज्यादा नुक्सान हो जाता है |
अब यह तो हम सब जानते ही है | की भारत के अन्दर बिजली और पानी की व्यवस्था कैसी है ! हम सभी लोग अच्छी तरह से जानते है |
और तो और हमारे देश में पानी खाडा होने के वजह से पानी को शुद्ध करने में ही काफी दिक्कत होती है ! और यह भी एक आम वजह है |
की कोई भी विदेशी कंपनी अपना Semiconductor Chip manufacturing Plant भारत में नहीं लाना चाहती है |
”यही सभी कारणों को देखते हुए भारत में Semiconductor Chip manufacturing Plant को शुरू कर पाना काफी मुश्किल लगता है” Why India Can’t Make Chip In Hindi